Thursday 7 July 2011

जो तस्वीर आपने दी हमें बहुत बड़े अहसान की तरह उसी तस्वीर को पूजता है ये साहिल तीसरे भगवान की तरह...........


जो तस्वीर आपने  दी हमें बहुत बड़े अहसान की तरह 
उसी तस्वीर को पूजता है ये साहिल तीसरे भगवान की तरह...........
तुम्हारे पत्थर दिल की छुअन महसूस है उसमें
उसे महसूस करूँगा सारी ज़िन्दगी आपके किये किसी अहसान की तरह........
उसी तस्वीर में मिलती है तुम्हारी एक झलक मुझको
उसी से बात करता हूँ किसी इंसान की तरह........
हर वक़्त डूबा रहता हूँ तुम्हारी यादों के समंदर में
तुम्हरी याद आती है किसी तूफ़ान की तरह...........
साहिल की किस्मत में है ए ज़िन्दगी तुम्हारी बस यही तस्वीर
भूल न जाना इस साहिल को किसी अन्जान की तरह.............
तुझे न मिल पाने के दुःख से ये मोम सा साहिल भी मूरत में ढल गया 
देख कर साहिल के आंसुओं को पत्थर का श्री कृष्ण भी पिघल गया............
पिघला न तेरा दिल ये साहिल का सारा दिल है जल गया
मत कहना ए ज़िन्दगी तुझे पाने के लिए ये मोम का साहिल शमशान में जल गया........
तस्वीर में आपका हुस्न देखा तो ए ज़िन्दगी
ऐसा लगा जैसे अमावस की रात में चंदा निकल गया.......
रोते हुए तेरे साथ बीते समय को भूलूं तो किस तरह
अमावस की रात ढल गई सूरज निकल गया..........
माना की आपकी तस्वीर से रोशन है ज़िन्दगी
लेकिन फिर मत कहना आपके न मिलने के कारण साहिल गुजर गया........


साहिल है मर गया................................


नोट......... सॉरी पहला भगवान पहले और दुसरे भगवान जी के बारे में आप जानते हैं और तीसरे............

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